दो महीने पहले मूसलाधार बारिश से तबाह हुए केरल पर एक बार फिर से भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है. केरल में दक्षिण-पूर्व अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना से और बारिश होने की आशंका है. राज्य में सात अक्टूबर को ज्यादातर स्थानों पर मूसलाधार बारिश और कुछ स्थानों भयंकर बारिश हो सकती है, इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने गुरुवार को आपदा प्रबंधन की तैयारी बढ़ा दी. कई कदम उठाए हैं.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में केरल समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है. भारतीय मौसम विभाग के एक बुलेटिन में कहा गया है कि निम्न दबाव का क्षेत्र मजबूत होकर तेज चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है और केरल के कई हिस्सों में मूसलाधार से भयंकर बारिश हो सकती है.
आईएमडी की भविष्यवाणी के मद्देनजर इडुक्की और मलप्पुरम जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है जहां रविवार को भारी बारिश होने की संभावना है.
बुलेटिन के अनुसार दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उसके आसपास लक्षद्वीप एवं मालदीव के क्षेत्र में फैला चक्रवात गुरुवार सुबह को मध्य क्षोभमंडल स्तर तक पहुंच गया और उसके प्रभाव में छह अक्टूबर तक दक्षिण-पूर्व सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
बुलेटिन में कहा गया है, 'निम्न दबाव के क्षेत्र के और संकेंद्रित होने और 36 घंटों में उत्तर पश्चिम की दिशा में बढ़कर चक्रवाती तूफान का रुप लेने और ओमान की तट की ओर बढ़ने की संभावना है.'
समुद्र में स्थिति शनिवार से बहुत खराब रहने की संभावना है ऐसे में मछुआरों को गहराई में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
मौसम विभाग के अनुमान के मद्देनजर केरल के इडुक्की और मलपपुरम जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने गुरुवार को तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को बांधों के जलस्तर पर नजर रखने के निर्देश दिए।
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