केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने 29 दिसंबर 2016 को आदेश जारी करके लाइसेंस की फीस 300 से बढ़ाकर 1300 रुपए कर दी थी। इसी प्रकार स्थायी लाइसेंस में फेल होने पर फीस 50 रुपए की जगह 300 रुपए और इंटरनेशनल लाइसेंस की फीस 500 से बढ़ाकर 1 हजार रुपए कर दी थी। यह फीस 29 दिसंबर 2016 से ही लागू होनी थी, लेकिन विभाग की आईटी शाखा ने कई दिनों तक सॉफ्टवेयर को अपडेट नहीं किया।
आरटीओ-डीटीओ ऑफिस में पुराने फीस से ही लाइसेंस जारी होते रहे। इस दौरान करीब 10 हजार लाइसेंस पुरानी फीस के जरिए जारी हो गए। सीएजी ऑडिट में निर्धारित फीस से कम राशि लेने के मामले का विभाग के अधिकारियों ने करीब 6 महीने पहले ही पता चला। इस पर उन्होंने करीब 10000 लोगों को लाइसेंस शुल्क का डिफरेंस जमा कराने के लिए नोटिस जारी किए थे। अब छह माह बाद अफसरों ने लाइसेंस रद करने के लिए नोटिस भेजने शुरू किए हैं।
परिवहन विभाग के अफसरों की थोड़ी सी लापरवाही अब करीब चार हजार लाइसेंसधारकों पर भारी पड़ने जा रही है। परिवहन विभाग उन लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने जा रहा है, जिन्होंने नोटिस के बाद भी लाइसेंस राशि का डिफरेंस नहीं जमा नहीं कराया है। ऐसे करीब 4 हजार से अधिक लाइसेंस धारक हैं जिन्होंने नोटिस के बाद भी बकाया फीस राशि जमा नहीं कराई।
विभाग को बकाया करीब 1 करोड़ रुपए की फीस 10 हजार लोगों से वसूलनी थी। इन्हें नोटिस भी जारी कर दिया गया, लेकिन इसमें से करीब 6 हजार लोगों ने ही फीस जमा कराई है। बाकी फीस जमा नहीं कराने वाले लोगों के अब लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। इसके लिए परिवहन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।
आरटीओ-डीटीओ ऑफिस में पुराने फीस से ही लाइसेंस जारी होते रहे। इस दौरान करीब 10 हजार लाइसेंस पुरानी फीस के जरिए जारी हो गए। सीएजी ऑडिट में निर्धारित फीस से कम राशि लेने के मामले का विभाग के अधिकारियों ने करीब 6 महीने पहले ही पता चला। इस पर उन्होंने करीब 10000 लोगों को लाइसेंस शुल्क का डिफरेंस जमा कराने के लिए नोटिस जारी किए थे। अब छह माह बाद अफसरों ने लाइसेंस रद करने के लिए नोटिस भेजने शुरू किए हैं।
परिवहन विभाग के अफसरों की थोड़ी सी लापरवाही अब करीब चार हजार लाइसेंसधारकों पर भारी पड़ने जा रही है। परिवहन विभाग उन लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने जा रहा है, जिन्होंने नोटिस के बाद भी लाइसेंस राशि का डिफरेंस नहीं जमा नहीं कराया है। ऐसे करीब 4 हजार से अधिक लाइसेंस धारक हैं जिन्होंने नोटिस के बाद भी बकाया फीस राशि जमा नहीं कराई।
विभाग को बकाया करीब 1 करोड़ रुपए की फीस 10 हजार लोगों से वसूलनी थी। इन्हें नोटिस भी जारी कर दिया गया, लेकिन इसमें से करीब 6 हजार लोगों ने ही फीस जमा कराई है। बाकी फीस जमा नहीं कराने वाले लोगों के अब लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। इसके लिए परिवहन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।
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