विजय माल्या ने बैंकों से लिया गया पैसा चुकाने के अपने प्रस्ताव का अपने या मिशेल के प्रत्यर्पण से किसी तरह का कोई लिंक होने से इनकार किया है। माल्या ने कहा है कि वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि पैसे वापस ले लिए जाएं और उन्हें पैसा चुराने वाला न कहा जाए। ब्रिटेन के जज माल्या को कानूनी तौर पर भारत भेजे जाने के भारत सरकार की अपील पर 10 दिसंबर को फैसला सुनाएंगे। माल्या पर 9000 करोड़ रुपये के फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। वहीं, लीगल एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत सरकार को ब्रिटेन से माल्या का प्रत्यर्पण भर कराने का अनुरोध करने के बजाय माल्या पर बकाया बैंकों की रकम की वसूली के लिए जोर देना चाहिए। माल्या ने दावा किया कि वह 2016 से बैंकों की बकाया राशि का निपटान करने के लिये पेशकश कर रहे थे।
शराब कारोबारी विजय माल्या (62) ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन ट्वीट कर कहा कि वह बैंकों का कर्ज चुकाने को तैयार है। वह मार्च 2016 में लंदन भाग गया था। माल्या ने कहा, "मैं अपील करता हूं, कृपया पैसे ले लो। मैं यह किस्सा खत्म करना चाहता हूं कि मैंने पैसे चुराए। माल्या ने कहा कि यह बात समझ से परे है कि उसके सेटलमेंट के प्रस्ताव को प्रत्यर्पण से क्यों जोड़ा जा रहा है। लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में माल्या के प्रत्यर्पण का मामला चल रहा है। अदालत 10 दिसंबर को फैसला सुना सकती है।
माल्या ने बुधवार को ट्वीट के जरिए भारतीय बैंकों और सरकार से अपील करते हुए कहा कि वह बैंकों का 100% कर्ज चुकाने को तैयार है। उसका प्रस्ताव मान लिया जाए। माल्या पर भारतीय बैंकों के 9,000 करोड़ रुपए बकाया हैं।
मिशेल के प्रत्यर्पण के तुरंत बाद माल्या ने कुछ ट्वीट्स कर पैसे वापस करने का ऑफर दिया था। माल्या ने लिखा था, 'नेता और मीडिया लगातार जोर-जोर से मुझे ऐसा डिफॉल्टर बता रहे हैं जो सरकारी बैंकों का पैसा लेकर भाग गया। यह सब झूठ है। मेरे साथ उचित व्यवहार क्यों नहीं किया जाता और मैंने कर्नाटक हाई कोर्ट के सामने लोन सेटलमेंट का जो विस्तृत प्लान पेश किया था, उसकी इतनी ही जोर-शोर से बात क्यों नहीं होती है? दुखद।
माल्या ने कहा है, 'तीन दशकों तक शराब बनाने वाली कंपनियों का देश का सबसे बड़ा समूह संचालित करते हुए हमने सरकारी खजाने में हजारों करोड़ रुपये का योगदान किया। किंगफिशर एयरलाइन्स ने भी सरकारों को अच्छी रकम दी। सर्वोत्तम एयरलाइन को खो देना दुखद है, फिर भी मैं बैंकों को पेमेंट करने का ऑफर दे रहा हूं। कृपया ले लें।
शराब कारोबारी विजय माल्या (62) ने गुरुवार को लगातार दूसरे दिन ट्वीट कर कहा कि वह बैंकों का कर्ज चुकाने को तैयार है। वह मार्च 2016 में लंदन भाग गया था। माल्या ने कहा, "मैं अपील करता हूं, कृपया पैसे ले लो। मैं यह किस्सा खत्म करना चाहता हूं कि मैंने पैसे चुराए। माल्या ने कहा कि यह बात समझ से परे है कि उसके सेटलमेंट के प्रस्ताव को प्रत्यर्पण से क्यों जोड़ा जा रहा है। लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में माल्या के प्रत्यर्पण का मामला चल रहा है। अदालत 10 दिसंबर को फैसला सुना सकती है।
माल्या ने बुधवार को ट्वीट के जरिए भारतीय बैंकों और सरकार से अपील करते हुए कहा कि वह बैंकों का 100% कर्ज चुकाने को तैयार है। उसका प्रस्ताव मान लिया जाए। माल्या पर भारतीय बैंकों के 9,000 करोड़ रुपए बकाया हैं।
मिशेल के प्रत्यर्पण के तुरंत बाद माल्या ने कुछ ट्वीट्स कर पैसे वापस करने का ऑफर दिया था। माल्या ने लिखा था, 'नेता और मीडिया लगातार जोर-जोर से मुझे ऐसा डिफॉल्टर बता रहे हैं जो सरकारी बैंकों का पैसा लेकर भाग गया। यह सब झूठ है। मेरे साथ उचित व्यवहार क्यों नहीं किया जाता और मैंने कर्नाटक हाई कोर्ट के सामने लोन सेटलमेंट का जो विस्तृत प्लान पेश किया था, उसकी इतनी ही जोर-शोर से बात क्यों नहीं होती है? दुखद।
माल्या ने कहा है, 'तीन दशकों तक शराब बनाने वाली कंपनियों का देश का सबसे बड़ा समूह संचालित करते हुए हमने सरकारी खजाने में हजारों करोड़ रुपये का योगदान किया। किंगफिशर एयरलाइन्स ने भी सरकारों को अच्छी रकम दी। सर्वोत्तम एयरलाइन को खो देना दुखद है, फिर भी मैं बैंकों को पेमेंट करने का ऑफर दे रहा हूं। कृपया ले लें।
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