जयपुर (कासं)।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। कहा है कि अगर उसने 1971 वाली गलती दोहराई तो पाक अधिकृत कश्मीर का क्या होगा समझ लेना।
राजनाथ बोले कि हम पीओके के वजूद को स्वीकार नहीं करते इसलिए जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में हमने 24 सीटें पीओके के लिए छोड़ रखी हैं।
राजनाथ, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 103वीं जयंती के उपलक्ष्य में धानक्या गांव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने बुधवार को जयपुर पहुंचे थे। इस दौरान राजनाथ ने धारा 370 खत्म करने और अमेरिका के हृयूस्टन शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आयोजित हुए हाऊडी मोदी कार्यक्रम का भी जिक्र किया। राजनाथ बोले कश्मीर से धारा 370 हटाया जाना पड़ोसी देश पाकिस्तान को हजम नहीं हो रहा। वे बोले कि अब तक हमने पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला नहीं किया है। जब हमारी वायुसेना ने बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की तब भी हमने यह ध्यान रखा कि पाकिस्तान की सेना पर हमला नहीं हो, लेकिन पाकिस्तान नहीं मानता है। आगे भी ऐसा ही चलता रहा हो कुछ नहीं कहा जा सकता। इसके आगे मैं कुछ नहीं बोलूंगा। राजनाथ ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से पूछा कि हाऊडी मोदी कार्यक्रम देखकर आपका सीना चौड़ा हुआ की नहीं। राजनाथ ने मोदी की तुलना विवेकानंद से करते हुए कहा कि मोदी से पहले विवेकानंद ने शिकागो में भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने का काम किया।
राजनाथ के साथ आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल भी मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने धारा 370 को लेकर कहा कि कश्मीर का विलय तो भारत में पहले ही हो चुका था। लेकिन कांग्रेस के राज में असंवैधानिक तरीके से कश्मीर में दूसरा संविधान बना लिया गया। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी उनके राष्ट्र के प्रति निष्ठा थी लेकिन इसके बाद देश की सत्ता जिन लोगों के हाथ आई उनके पास कोई दर्शन नहीं था। कार्यक्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर डी लिट और पीएचडी करने वाले शोधार्थियों का भी सम्मान किया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी सहित मौजूदा व पूर्व विधायक, सांसद व प्रदेश तथा जिला पदाधिकारी मौजूद रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। कहा है कि अगर उसने 1971 वाली गलती दोहराई तो पाक अधिकृत कश्मीर का क्या होगा समझ लेना।
राजनाथ बोले कि हम पीओके के वजूद को स्वीकार नहीं करते इसलिए जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में हमने 24 सीटें पीओके के लिए छोड़ रखी हैं।
राजनाथ, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 103वीं जयंती के उपलक्ष्य में धानक्या गांव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने बुधवार को जयपुर पहुंचे थे। इस दौरान राजनाथ ने धारा 370 खत्म करने और अमेरिका के हृयूस्टन शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आयोजित हुए हाऊडी मोदी कार्यक्रम का भी जिक्र किया। राजनाथ बोले कश्मीर से धारा 370 हटाया जाना पड़ोसी देश पाकिस्तान को हजम नहीं हो रहा। वे बोले कि अब तक हमने पाकिस्तान की संप्रभुता पर हमला नहीं किया है। जब हमारी वायुसेना ने बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की तब भी हमने यह ध्यान रखा कि पाकिस्तान की सेना पर हमला नहीं हो, लेकिन पाकिस्तान नहीं मानता है। आगे भी ऐसा ही चलता रहा हो कुछ नहीं कहा जा सकता। इसके आगे मैं कुछ नहीं बोलूंगा। राजनाथ ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से पूछा कि हाऊडी मोदी कार्यक्रम देखकर आपका सीना चौड़ा हुआ की नहीं। राजनाथ ने मोदी की तुलना विवेकानंद से करते हुए कहा कि मोदी से पहले विवेकानंद ने शिकागो में भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने का काम किया।
राजनाथ के साथ आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल भी मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने धारा 370 को लेकर कहा कि कश्मीर का विलय तो भारत में पहले ही हो चुका था। लेकिन कांग्रेस के राज में असंवैधानिक तरीके से कश्मीर में दूसरा संविधान बना लिया गया। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी उनके राष्ट्र के प्रति निष्ठा थी लेकिन इसके बाद देश की सत्ता जिन लोगों के हाथ आई उनके पास कोई दर्शन नहीं था। कार्यक्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर डी लिट और पीएचडी करने वाले शोधार्थियों का भी सम्मान किया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी सहित मौजूदा व पूर्व विधायक, सांसद व प्रदेश तथा जिला पदाधिकारी मौजूद रहे।
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