नागौर।
विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के उम्मीदवार हरेंद्र मिर्धा ने सोमवार सुबह नामांकन दाखिल किया। उन्हे खींवसर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
वहीं मंडावा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रीटा चौधरी और भाजपा से सुशीला सीगड़ा ने नामांकन दाखिल किया। रालोपा व भाजपा के गठबंधन के बाद एनडीए के प्रत्याशी सांसद हनुमान बेनीवाल के छोटे भाई नारायण बेनीवाल ने नामांकन भरा। जानकारी अनुसार, नामांकन के दौरान हरेंद्र मिर्धा के साथ पार्टी के कई नेता मौजूद रहे। मिर्धा इससे पहले नागौर विधानसभा सीट से एक बार कांग्रेस तथा दो बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव हार चुके हैं। वहीं पहली बार कांग्रेस ने खींवसर सीट के लिए मिर्धा पर भरोसा जताया है। मिर्धा की नामांकन सभा में सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कांग्रेस के नेता शामिल रहेंगे।
हमेशा तीसरे या चौथे नंबर पर रही कांग्रेस
खींवसर सीट प्रदेश सहित देशभर में चर्चा कि विषय बनी हुई है। इस सीट पर आज तक कांग्रेस तीसरे या चौथे नंबर पर रही। वहीं पूर्व डीआईजी रह चुके सवाई सिंह चौधरी ने लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर रहकर हनुमान बेनीवाल को कड़ी टक्कर दी थी। जिससे कांग्रेस को संजीवनी मिली। मगर इस बार कांग्रेस ने सवाई सिंह को उम्मीदवार नहीं बनाया गया।
विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस के उम्मीदवार हरेंद्र मिर्धा ने सोमवार सुबह नामांकन दाखिल किया। उन्हे खींवसर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।
वहीं मंडावा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रीटा चौधरी और भाजपा से सुशीला सीगड़ा ने नामांकन दाखिल किया। रालोपा व भाजपा के गठबंधन के बाद एनडीए के प्रत्याशी सांसद हनुमान बेनीवाल के छोटे भाई नारायण बेनीवाल ने नामांकन भरा। जानकारी अनुसार, नामांकन के दौरान हरेंद्र मिर्धा के साथ पार्टी के कई नेता मौजूद रहे। मिर्धा इससे पहले नागौर विधानसभा सीट से एक बार कांग्रेस तथा दो बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव हार चुके हैं। वहीं पहली बार कांग्रेस ने खींवसर सीट के लिए मिर्धा पर भरोसा जताया है। मिर्धा की नामांकन सभा में सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कांग्रेस के नेता शामिल रहेंगे।
हमेशा तीसरे या चौथे नंबर पर रही कांग्रेस
खींवसर सीट प्रदेश सहित देशभर में चर्चा कि विषय बनी हुई है। इस सीट पर आज तक कांग्रेस तीसरे या चौथे नंबर पर रही। वहीं पूर्व डीआईजी रह चुके सवाई सिंह चौधरी ने लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर रहकर हनुमान बेनीवाल को कड़ी टक्कर दी थी। जिससे कांग्रेस को संजीवनी मिली। मगर इस बार कांग्रेस ने सवाई सिंह को उम्मीदवार नहीं बनाया गया।
0 comments:
Post a comment