जयपुर ।
प्रदेश में गुरुवार रात से निजी वाहनों पर लागू टोल टैक्स के विरोध में भाजपा ने जयपुर में धरना दिया। धरने-प्रदर्शन में पार्टी के जयपुर जिला अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता, सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी सहित बड़ी संख्या मे नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोहनलाल गुप्ता ने कहा कि अगर पैसों की कमी है तो मुख्यमंत्री झोली फैला कर निकल जाएं जनता झोली में दान कर देगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के स्टेट हाईवे पर डेढ़ साल बाद गुरुवार रात 12 बजे से निजी वाहनों को फिर से टोल शुरू हो गया। अब 143 नाकों पर निजी वाहनों से डेढ़ साल पुरानी दर से टोल वसूला जाएगा। यानि हर नाके पर निजी वाहनों को 30-55 रुपए तक देने होंगे। गहलोत सरकार ने बुधवार को पिछली वसुंधरा सरकार का 18 माह पुराना फैसला पलटते हुए फिर से टोल लगाने का फैसला किया था। गुरुवार को सरकार ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया। स्टेट हाईवे पर निजी वाहनों से टोल वसूली को लेकर भारतीय जनता पार्टी जयपुर जिले की ओर से कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया गया। धरने में जिला अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता, पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी, चौमूं विधायक रामलाल शर्मा, पूर्व विधायक कैलाश वर्मा, सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी, पार्षद महान पंडित सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
सीएम झोली फैलाकर निकल जाएं
भाजपा जिला अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता ने कहा कि अगर पैसों की कमी है तो मुख्यमंत्री झोली फैला कर निकल जाएं जनता झोली में दान कर देगी। उन्होंने कहा कि हर टोल पर टैक्स लगाएं और कहें गहलोत टैक्स चुका कर आगे बढ़ें। धरने के बाद भाजपा ने जिला कलेक्टर को राज्यपाल कलराज मिश्र के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सीएम अशोक गहलोत ने बयान जारी करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने निजी वाहनों के लिए टोल फ्री करने का फैसला जल्दबाजी में व बिना सोचे-समझे लिया था। यह उनका चुनावी स्टंट था। इससे सड़कों की मरम्मत व रखरखाव के काम प्रभावित हो रहे हैं। टोल शुल्क की छूट वापस लेने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल ने जनहित व राजकोष पर आने वाली बड़ी देनदारी को देखते हुए लिया है। वहीं विपक्षी दल विरोध में उतर आए हैं। भाजपा ने फैसला वापस लेने की मांग की तो आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा- सरकार के फैसले के खिलाफ आरएलपी सड़कों पर उतरेगी। प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने फैसले को सही बताया लेकिन यह जरूर माना कि टोल वापस लगने से विरोध होगा। इसका असर चुनाव नतीजों पर भी पड़ सकता है।
प्रदेश में गुरुवार रात से निजी वाहनों पर लागू टोल टैक्स के विरोध में भाजपा ने जयपुर में धरना दिया। धरने-प्रदर्शन में पार्टी के जयपुर जिला अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता, सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी सहित बड़ी संख्या मे नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोहनलाल गुप्ता ने कहा कि अगर पैसों की कमी है तो मुख्यमंत्री झोली फैला कर निकल जाएं जनता झोली में दान कर देगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के स्टेट हाईवे पर डेढ़ साल बाद गुरुवार रात 12 बजे से निजी वाहनों को फिर से टोल शुरू हो गया। अब 143 नाकों पर निजी वाहनों से डेढ़ साल पुरानी दर से टोल वसूला जाएगा। यानि हर नाके पर निजी वाहनों को 30-55 रुपए तक देने होंगे। गहलोत सरकार ने बुधवार को पिछली वसुंधरा सरकार का 18 माह पुराना फैसला पलटते हुए फिर से टोल लगाने का फैसला किया था। गुरुवार को सरकार ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया। स्टेट हाईवे पर निजी वाहनों से टोल वसूली को लेकर भारतीय जनता पार्टी जयपुर जिले की ओर से कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया गया। धरने में जिला अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता, पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी, चौमूं विधायक रामलाल शर्मा, पूर्व विधायक कैलाश वर्मा, सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी, पार्षद महान पंडित सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
सीएम झोली फैलाकर निकल जाएं
भाजपा जिला अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता ने कहा कि अगर पैसों की कमी है तो मुख्यमंत्री झोली फैला कर निकल जाएं जनता झोली में दान कर देगी। उन्होंने कहा कि हर टोल पर टैक्स लगाएं और कहें गहलोत टैक्स चुका कर आगे बढ़ें। धरने के बाद भाजपा ने जिला कलेक्टर को राज्यपाल कलराज मिश्र के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सीएम अशोक गहलोत ने बयान जारी करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने निजी वाहनों के लिए टोल फ्री करने का फैसला जल्दबाजी में व बिना सोचे-समझे लिया था। यह उनका चुनावी स्टंट था। इससे सड़कों की मरम्मत व रखरखाव के काम प्रभावित हो रहे हैं। टोल शुल्क की छूट वापस लेने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल ने जनहित व राजकोष पर आने वाली बड़ी देनदारी को देखते हुए लिया है। वहीं विपक्षी दल विरोध में उतर आए हैं। भाजपा ने फैसला वापस लेने की मांग की तो आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा- सरकार के फैसले के खिलाफ आरएलपी सड़कों पर उतरेगी। प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने फैसले को सही बताया लेकिन यह जरूर माना कि टोल वापस लगने से विरोध होगा। इसका असर चुनाव नतीजों पर भी पड़ सकता है।
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