पीसीसी उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने दिए 5 लाख रुपए
जयपुर। पूरे विश्व में इस समय कोविड-19 का प्रकोप छाया हुआ है। इससे हमारा देश और प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है। देश भर में जहां 450 से अधिक मामले सामने आए हैं वहीं राजस्थान में भी यह आंकड़ा 23 के पार हो गया है।
ऐसे में कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संक्रमण न फैले इसके लिए राजस्थान लॉकडाउन, धारा 144 और कफ्र्यू जैसे ऐहतियाती कदम उठाए हैं। सरकार के इस कदम की सभी ने सराहना की है और इस लड़ाई में सरकार का साथ देने के लिए जहां रोजाना नई रणनीति तैयार हो रही है, वहीं इस महामारी की घेराबंदी के लिए आर्थिक मोर्चे पर भी सरकार, राज्य कर्मचारियों और निजी दानदाता और आम जनता ने कंधे से कंधा मिला लिया है।
सोमवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से लेकर कई मंत्री, विधायकों और राजनेताओं ने कोरोना आपदा की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री सहायता कोष में खुले हाथों ने एक से दो माह तक के वेतन और अन्य माध्यमों से वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। इधर, विभिन्न सरकारी महकमों में कर्मचारी अधिकारियों ने भी एक दिन से एक माह तक का वेतन इस कोष में जमा कराने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस निर्णय की जानकारी दी कि प्रदेश के सभी मंत्री, राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष के 'कोविड-19 राहत कोषÓ में एक-एक लाख रुपए देंगे और कांग्रेस के सभी विधायक एक-एक महीने का वेतन देंगे।
पीसीसी उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने दिए 5 लाख रुपए
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष, जयपुर सिटिजऩ फ़ोरम व फोरे के अध्यक्ष, आम्रपाली के फाउंडर राजीव अरोड़ा ने कोरोना से लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर अरोड़ा ने राजस्थान के सभी नागरिकों से इस महायज्ञ में आहुति देने का अनुरोध किया है, ज्ञात हो कि राजीव अरोड़ा आल इंडिया प्रफ़ेशनल कोंग्रेस के वेस्ट ज़ोन के कोर्डिनेटर भी हैं ।
अरोड़ा ने कहा कि देश में संकट की इस घड़ी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है की कोविड-19 की आपदा से निबटने के लिए मुख्य मंत्री सहायता कोष में अधिक से अधिक सहयोग करें।
जयपुर। पूरे विश्व में इस समय कोविड-19 का प्रकोप छाया हुआ है। इससे हमारा देश और प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है। देश भर में जहां 450 से अधिक मामले सामने आए हैं वहीं राजस्थान में भी यह आंकड़ा 23 के पार हो गया है।
ऐसे में कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संक्रमण न फैले इसके लिए राजस्थान लॉकडाउन, धारा 144 और कफ्र्यू जैसे ऐहतियाती कदम उठाए हैं। सरकार के इस कदम की सभी ने सराहना की है और इस लड़ाई में सरकार का साथ देने के लिए जहां रोजाना नई रणनीति तैयार हो रही है, वहीं इस महामारी की घेराबंदी के लिए आर्थिक मोर्चे पर भी सरकार, राज्य कर्मचारियों और निजी दानदाता और आम जनता ने कंधे से कंधा मिला लिया है।
सोमवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से लेकर कई मंत्री, विधायकों और राजनेताओं ने कोरोना आपदा की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री सहायता कोष में खुले हाथों ने एक से दो माह तक के वेतन और अन्य माध्यमों से वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। इधर, विभिन्न सरकारी महकमों में कर्मचारी अधिकारियों ने भी एक दिन से एक माह तक का वेतन इस कोष में जमा कराने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इस निर्णय की जानकारी दी कि प्रदेश के सभी मंत्री, राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष के 'कोविड-19 राहत कोषÓ में एक-एक लाख रुपए देंगे और कांग्रेस के सभी विधायक एक-एक महीने का वेतन देंगे।
पीसीसी उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने दिए 5 लाख रुपए
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष, जयपुर सिटिजऩ फ़ोरम व फोरे के अध्यक्ष, आम्रपाली के फाउंडर राजीव अरोड़ा ने कोरोना से लड़ाई के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर अरोड़ा ने राजस्थान के सभी नागरिकों से इस महायज्ञ में आहुति देने का अनुरोध किया है, ज्ञात हो कि राजीव अरोड़ा आल इंडिया प्रफ़ेशनल कोंग्रेस के वेस्ट ज़ोन के कोर्डिनेटर भी हैं ।
अरोड़ा ने कहा कि देश में संकट की इस घड़ी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है की कोविड-19 की आपदा से निबटने के लिए मुख्य मंत्री सहायता कोष में अधिक से अधिक सहयोग करें।
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