14 मार्च से मीन मलमास होगा शुरू
फिर लगेगा मांगलिक कार्यों पर विराम
जयपुर । फाल्गुन शुक्ल अष्टमी पर मंगलवार को होलाष्टक शुरू हो गया। होलाष्टक 9 मार्च को होलिका दहन तक रहेंगे। इस बीच शादी-ब्याह और मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। होलिका दहन के बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। हालांकि सिर्फ 5 दिन ही मांगलिक कार्य होंगे। इसके बाद 14 मार्च को मीन मलमास शुरू हो जाएगा, ऐसे में एक माह के लिए फिर से मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। देवउठनी एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्यों पर मंगलवार को होलाष्टक लगने के साथ कुछ दिनों के लिए विराम लग गया। तीन मार्च से होलाष्टक शुरू हो रहे हैं। ऐसे में मांगलिक कार्य नहीं होंगे। इस बार होलाष्टक के दौरान त्रयोदशी तिथि क्षय हो रही है। जिस कारण इस बार होलाष्टक 3 से 9 मार्च तक सात दिन के लिए ही रहेंगे।
13 अप्रेल तक मीन मलमास रहेगा
पंडित बंशीधर ज्योतिष पंचांग के ज्योतिषाचार्य दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से पूर्णिमा तक होलाष्टक रहता है। इस दौरान सभी तरह के शुभ कर्म वर्जित रहते हैं। खासतौर से विवाह कर्म वर्जित बताए गए हैं। होलिका दहन के बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे, लेकिन 14 मार्च को मीन मलमास लगने से एक माह के लिए फिर से मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। 13 अप्रेल तक मीन मलमास रहेगा।
फिर लगेगा मांगलिक कार्यों पर विराम
जयपुर । फाल्गुन शुक्ल अष्टमी पर मंगलवार को होलाष्टक शुरू हो गया। होलाष्टक 9 मार्च को होलिका दहन तक रहेंगे। इस बीच शादी-ब्याह और मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। होलिका दहन के बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे। हालांकि सिर्फ 5 दिन ही मांगलिक कार्य होंगे। इसके बाद 14 मार्च को मीन मलमास शुरू हो जाएगा, ऐसे में एक माह के लिए फिर से मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। देवउठनी एकादशी से शुरू हुए मांगलिक कार्यों पर मंगलवार को होलाष्टक लगने के साथ कुछ दिनों के लिए विराम लग गया। तीन मार्च से होलाष्टक शुरू हो रहे हैं। ऐसे में मांगलिक कार्य नहीं होंगे। इस बार होलाष्टक के दौरान त्रयोदशी तिथि क्षय हो रही है। जिस कारण इस बार होलाष्टक 3 से 9 मार्च तक सात दिन के लिए ही रहेंगे।
13 अप्रेल तक मीन मलमास रहेगा
पंडित बंशीधर ज्योतिष पंचांग के ज्योतिषाचार्य दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से पूर्णिमा तक होलाष्टक रहता है। इस दौरान सभी तरह के शुभ कर्म वर्जित रहते हैं। खासतौर से विवाह कर्म वर्जित बताए गए हैं। होलिका दहन के बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू होंगे, लेकिन 14 मार्च को मीन मलमास लगने से एक माह के लिए फिर से मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। 13 अप्रेल तक मीन मलमास रहेगा।
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