कोलकाता । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि जब तक सीएए के तहत देश में सभी शरणार्थियों को नागरिकता नहीं दे दी जाती तब तक नरेंद्र मोदी सरकार नहीं रुकेगी। शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए भरोसा जताया कि भारतीय जनता पार्टी 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद बंगाल में दो-तिहाई बहुमत से अगली सरकार बनाएगी। तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर शरणार्थियों और अल्पसंख्यकों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के चलते एक भी व्यक्ति को नागरिकता नहीं गंवानी पड़ेगी। गृह मंत्री ने कहा, ''विपक्ष अल्पसंख्यकों को डरा रहा है...मैं अल्पसंख्यक समुदाय के हर व्यक्ति को आश्वस्त करता हूं कि सीएए केवल नागरिकता देता है, ना कि छीनता है। इससे आपकी नागरिकता पर असर नहीं पड़ेगा।
शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल को टीएमसी और वामपंथियों ने कर्ज में डुबा दिया। बंगाल पर तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। प्रधानमंत्री मोदी की योजनाएं भी ममता दीदी पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देती हैं। उन्होंने बंगाल के विकास का पहिया रोक दिया है। किसानों के लिए लॉन्च की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लागू नहीं किया। किसान कर्ज में डूबे हैं, लेकिन ममता दीदी अहंकार में हैं। बंगाल में भ्रष्टाचार व्याप्त है। सरकार के संरक्षण में सिंडिकेट चल रहा है। भाजपा की सरकार बनने के बाद ऐसे लोगों को जेल भेजेंगे।
ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पर रोक लगाई। पूजा करने के लिए लोगों को हाईकोर्ट जाना पड़ा। वह रामनवमी नहीं मानने देती हैं। स्कूलों में सरस्वती पूजा बंद करवा दी। शाह ने रैली में अन्याय, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, दंगा, बेरोजगारी, टोलबाजी के खिलाफ नारे लगवाए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रैली में देश के गद्दारों को, गोली मारो... की नारेबाजी भी हुई। जवानों के लिए 100 दिन परिवार के साथ रहने की नीति बनेगी
रैली से पहले शाह ने पश्चिम राजारहाट में एनएसजी के नए परिसर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा- देश की सुरक्षा में लगे जवानों के परिजन और बचों की सुरक्षा-सहूलियत की जिम्मेदारी सरकार की है। हम ऐसी नीति तैयार कर रहे हैं, जिससे जवान कम से कम 100 दिन परिवार के साथ रह सकें। हम पूरी दुनिया में शांति चाहते हैं, लेकिन जो हमारी शांति में दखल देंगे, उन्हें उनके घर में घुसकर मारना भी जानते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक इसका ताजा उदाहरण है।
तृणमूल कार्यकर्ताओं ने शाह को काले झंडे दिखाए
अमित शाह के कोलकाता पहुंचने पर तृणमूल कांग्रेस और एआईवाईएल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और शाह गो बैक की नारेबाजी की। वहीं, दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी तृणमूल के खिलाफ कोलकाता के कई जगहों पर प्रदर्शन किया।
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