हिंदू धर्म में बैसाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया का विशेष महत्व बताया गया है। देश भर में इसे अक्षय तृतीया के पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस दिन आप तो भी चीज खरीदकर घर लाते हैं उसमें अक्षय वृद्धि होती है। इस दिन सोना खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। लेकिन इस बार लॉकडाउन में लोगों के लिए अक्षय तृतीया पर सोना खरीद पाना बहुत ही मुश्किल दिख रहा है। सोना खरीदने के अलावा भी अक्षय तृतीया के दिन का खासा महत्व होता है। आइए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं... ऐसी मान्यताएं हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया को एक अबूझ मुहूर्त के रूप में माना जाता है। जो कि सर्वसिद्ध तिथि के रूप में मान्य है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, विष्णुजी के छठवें अवतार भगवान परशुराम का जन्म भी बैसाख मास की तृतीया को हुआ था। इसे परशुराम जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन से त्रेता युग का भी आरंभ माना जाता है। परशुरामजी के अलावा इस दिन ही भगवान विष्णु के नर-नारायण अवतार भी अवतरित हुए थे। वहीं इस दिन से सतयुग के समाप्ति के बात त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। सुदामाजी ने भी भगवान कृष्ण से चावल अक्षय तृतीया के दिन ही प्राप्त किए थे और इन्हीं चावलों से उनकी गरीबी सदैव के लिए मिट गई थी।
अक्षय तृतीया पर दान करने का शुभ फल
अक्षय तृतीया के बारे में कहा जाता है कि इस दिन केवल खरीदना ही नहीं दान करना भी अक्षयफलदायी होता है। यानी भगवत कृपा से दान करने वाले को अक्षय फल की प्राप्ति के साथ पुण्य मिलता है। इसके साथ ही कुछ लोग इस दिन उपवास भी रखते हैं और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। माना जाता है कि इस दिन घर में चावल और मखाने मेवा की खीर बनाकर मां लक्ष्मी को भोग लगाने से आपके घर में साल भर समृद्धि बनी रहती है। इस दिन किए गए कर्म आपको अक्षय फल की प्राप्ति करवाते हैं, इसलिए आपको इस दिन कोई भी बुरा काम नहीं करना चाहिए।
मां अन्नपूर्णा का जन्मदिन
अक्षय तृतीया को लेकर यह भी मान्यता है कि इस दिन गंगा नदी स्वर्ग से धरती पर आई थीं। इसके अलावा इस दिन को रसोई और भोजन की देवी अन्नपूर्णा के जन्मदिवस के तौर पर भी मनाते हैं। अक्षय तृतीया पर शादी से लेकर पूजा तक सभी कार्य करना शुभ माना जाता है।अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त : 5.48 से 12.19सोना खरीदने का शुभ समय : 5.48 से 13.22
तृतीया तिथि प्रारंभ : 11.51 (25 अप्रैल 2020)
तृतीया तिथि समाप्ति : 13.22 (26 अप्रैल 2020)
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