
लॉकडाउन के बीच पीसीसी कंट्रोल रूम के काम में विधायकों का अड़ंगा
जयपुर (संवाद)। कोरोना संकट के चलते लॉक डाउन पार्ट 2 चल रहा है। तीन मई तक लॉकडाउन लागू रहेगा। लॉकड़ाउन के चलते लोग घरों में कैद है। लोगों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो और घर बैठे ही उनकी समस्याओं का निस्तारण हो जाए। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सातों संभागों में ऑनलाइन कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं, जो लॉकडाउन के शुरूआती दौर से ही सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए लोगों को समस्याओं का निस्तारण कर रहे हैं, लेकिन पीसीसी के कंट्रोल रूम के जरिए जनता की समस्याओं का निस्तारण करना विधायकों के गले नहीं उतर रहा है। कंट्रोल रूम के काम को विधायक अपने काम में हस्तक्षेप मान रहे हैं। इस बात का चर्चा इन दिनों कांग्रेस हलकों में खूब में है।
जयपुर में सबसे ज्यादा नाराजगी
विश्वस्त सूत्रों की माने तो विधायकों की नाराजगी का सबसे ज्यादा सामना जयपुर संभाग कंट्रोल रूम को करना पड़ रहा है। दरअसल जयपुर शहर में जयपुर संभाग कंट्रोल रूम को सभी आठों विधानसभा क्षेत्रों और जिले के अन्य विधानसभा क्षेत्रों से राशन नहीं मिलने, सेनेटाइज नहीं होने और पानी, बिजली की शिकायतें ज्यादा मिल रही हैं, जिस पर कंट्रोल रूम में तैनात पदाधिकारियों के द्वारा स्थानीय विधायक, जिला प्रशासन और नगर निगम को तुरंत समस्या का निस्तारण कर सूचित करने को कहा जाता है। कंट्रोल रूम का यही काम विधायकों को गले नहीं उतर रहा है। जानकारों की माने तो कई विधायक इसे लेकर अपनी आपत्ति भी दर्ज करा चुके हैं। गौरतलब है कि जयपुर संभाग कंट्रोल रूम का इंचार्ज जयपुर से कांग्रेस की लोकसभा क्षेत्र प्रत्याशी रहीं ज्योति खंडेलवाल हैं। ज्योति खंडेलवाल से कई नेताओं की अदावत जगजाहिर है।
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