
कोलकाता। अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर राशिद खान ने कहा कि युवा भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत की तरकश में हर तरह का शॉट है और जब वह लय में होते है तो उन्हें रोकना मुश्किल है। अफगानिस्तान के इस स्पिनर का बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप (2016) से पहले 2015 में एक त्रिकोणीय श्रृंखला से पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज का सामना हुआ है। राशिद ने युजवेन्द्र चहल के साथ इंस्टाग्राम चैट पर उस मैच को याद करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने लगातार तीन छक्के लगाए और चौथी गेंद पर उनका कैच छूट गया। इसके बाद हमारे गेंदबाज असहाय दिखे।’’ करिश्माई विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी के 2019 विश्व कप के बाद से टीम से बाहर रहने के दौरान कई बार मौका मिलने के बाद भी दिल्ली का बायें हाथ का यह बल्लेबाज टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सका। राशिद ने कहा, ‘‘ उसके पास हर तरह के शॉट खेलने का विकल्प है। वह ऐसा बल्लेबाज है जिसे गेंदबाजी करना बहुत कठिन है। मुझे याद है कि अंडर -19 त्रिकोणीय श्रृंखला में कोलकाता के एक मैदान में मैंने उसके खिलाफ गेंदबाजी की है।’’ बड़े शॉट लगाने वाले बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी कौशल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसके लिए बल्लेबाजों को भ्रमित करना पड़ता है। राशिद और चहल ने इस मौके परभारत अफगानिस्तान की संयुक्त एकदिवसीय एकादश भी बनाई।
नस्लवाद पर बोले इरफान पठान- यह सिर्फ चमड़ी के रंग तक सीमित नहीं, धर्म भी है इसका हिस्सा
नयी दिल्ली। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने नस्लवाद को लेकर दुनिया भर में चल रही बहस पर कहा कि यह सिर्फ चमड़ी के रंग तक सीमित नहीं है और धर्म के कारण भी लोगों को नस्ली उत्पीडऩ का सामना करना पड़ता है। मिनियापोलीस में अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड को मार दिए जाने के बाद देश भर में पड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और इसने दुनिया भर में नस्लवाद को लेकर बहस को हवा दी। पठान ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘नस्लवाद सिर्फ चमड़ी के रंग तक सीमित नहीं है। किसी और धर्म का होने के कारण सोसाइटी में घर खरीदने की स्वीकृति नहीं दिया जाना भी नस्लवाद है।’’ इस साल की शुरुआत में खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने वाले पठान ने भारत की ओर से 29 टेस्ट, 120 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और 24 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। फ्लॉयड की मौत के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने भी आगे आकर खेल में नस्लवाद के मामले में अपना पक्ष रखा है। इन क्रिकेटरों में वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और डेरेन सैमी भी शामिल हैं। सैमी ने आरोप लगाया है कि 2014 आईपीएल के दौरान सनराइजर्स हैदराबाद की उनकी टीम के कुछ साथियों ने उन पर नस्ली टिप्पणी की थी।
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